ताजा खबर
अखिलेश का आरोप: UP हार के बाद बेचैन BJP, SIR के जरिए काटना चाह रही वोट   ||    Parliament Winter Session: ब्लास्ट में बचने से लेकर नॉनवेज छोड़ने तक… पीएम मोदी ने बताई उपराष्ट्रपति...   ||    खराब ट्रैफिक मैनेजमेंट-बेकार पुलिस… बेंगलुरु में क्यों परेशान हो गए सपा सांसद राजीव राय, CM को क्या ...   ||    संसद-राष्ट्रपति की मुहर…फिर आसिम मुनीर को क्यों नहीं मिल रहा पाकिस्तान का सबसे पावरफुल पद?   ||    ब्रिटेन की सांसद को बांग्लादेश कोर्ट ने सुना दी 2 साल की सजा, शेख हसीना से है कनेक्शन   ||    सिद्धारमैया के बाद अब DK शिवकुमार के घर नाश्ता, दिल्ली नहीं बेंगलुरु में ही संकट को हल कर रही कांग्र...   ||    क्या कांग्रेस से पूरी तरह अलग हो रहे थरूर? अहम बैठकों से दूरी-PM की तारीफ, कई हैं कारण   ||    Parliament Winter Session: विपक्ष पराजय की निराशा से बाहर निकले, नारे नहीं नीति पर दे जोर… संसद सत्र...   ||    NCR में कितने मंत्री बिना एयर प्यूरीफायर के, कितनों को सीने में जकड़न-खांसी… वायु प्रदूषण को लेकर कि...   ||    पंजाब में कैसे सरकार में आ सकती है BJP? कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बताया एक रास्ता   ||   

इन रक्त समूह वाले लोगो को जल्दी आ सकते है हर्ट अटैक, आप भी जानिए

Photo Source :

Posted On:Tuesday, September 6, 2022

मुंबई, 6 सितंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) रक्त के प्रकारों को चार समूहों में वर्गीकृत किया जाता है, अर्थात् ए, बी, एबी और ओ। ये चार रक्त समूह रक्त में मौजूद या अनुपस्थित एंटीजन की संख्या के आधार पर एक दूसरे से भिन्न होते हैं। "+" और "-" उप-वर्गीकरण एक एंटीजन की उपस्थिति या अनुपस्थिति के आधार पर किया जाता है, जिसे "आरएच कारक" के रूप में जाना जाता है। उदाहरण के लिए, यदि रक्त समूह A वाले व्यक्ति में Rh कारक मौजूद है, तो उसका रक्त समूह A धनात्मक होता है।

हाल के एक अध्ययन के अनुसार, ए, बी और एबी ब्लड ग्रुप वाले लोगों को दिल का दौरा पड़ने का खतरा अधिक होता है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (एएचए) के आर्टेरियोस्क्लेरोसिस, थ्रोम्बोसिस और वैस्कुलर बायोलॉजी में प्रकाशित अध्ययन से पता चला है कि ए या बी ब्लड ग्रुप वाले लोगों में ओ ब्लड ग्रुप वाले लोगों की तुलना में दिल का दौरा पड़ने का जोखिम 8 प्रतिशत अधिक होता है। परिणाम एक विश्लेषण से प्राप्त हुआ जिसमें 4 लाख लोग शामिल थे।

यूरोपियन सोसाइटी ऑफ कार्डियोलॉजी द्वारा 2017 में किए गए एक अन्य अध्ययन में 13.6 लाख से अधिक लोगों का इसी तरह का विश्लेषण शामिल था। अध्ययन के परिणाम से पता चला कि गैर-O रक्त समूह वाले लोगों में O रक्त समूह वाले किसी व्यक्ति की तुलना में कोरोनरी और हृदय संबंधी घटनाओं का 9 प्रतिशत अधिक जोखिम था।

अध्ययन के अनुसार, ब्लड ग्रुप बी वाले लोगों में ओ-टाइप ग्रुप की तुलना में दिल का दौरा पड़ने का खतरा 15 प्रतिशत अधिक था। हालांकि उच्चतम जोखिम रक्त समूह ए वाले लोगों के लिए निर्धारित किया गया था। इस रक्त समूह वाले लोगों में ओ-प्रकार की तुलना में दिल का दौरा और विफलता का 11 प्रतिशत अधिक जोखिम होता है।

O- को छोड़कर सभी रक्त समूहों में जोखिम बढ़ने का कारण रक्त के थक्कों के प्रति उनकी संवेदनशीलता में वृद्धि को बताया गया था। ब्लड क्लॉटिंग प्रोटीन, वॉन विलेब्रांड फैक्टर (VWF), नॉन-O ब्लड ग्रुप में अधिक पाया गया। प्रोटीन थ्रोम्बोटिक प्रभाव से जुड़ा हुआ है। यह पाया गया कि ए और बी ब्लड ग्रुप वाले लोगों में ओ-टाइप की तुलना में रक्त के थक्कों का खतरा 44 प्रतिशत अधिक था।


पुणे और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. punevocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.